क़ुरान में 77,430 शब्द , 6,666 आयतें 114 सूरह और 30 अध्याय , क्लासिक अरबी भाषा में हैं, जो मौजूदा अरबी भाषा से बहुत अलग है।
कुरान के पहले शब्द से आखीर शब्द तक बिदेश के सभी ग्राम पंचायत, नगर पंचायत और नगर निगम/ नगर महापालिका के आंकड़े के अनुसार पूरे देश में चिन्हित मस्जिदें 32 लाख हैं, इसमें बहुत सी मस्जिदें दूर दराज क्षेत्रों में चिन्हित नहीं हैं , जिन्हें छोड़ देते है।
देश की इन 32 लाख मस्जिदों में रमज़ान के महीने में तरावीह होती है। तरावीह के वक्त दो हाफ़िज़ कुरान तो कम से कम होते हैं, एक हाफ़िज़ इमाम होते हैं और एक स्टैंड बाई में होते हैं जो इमाम साहब के सपोर्ट के लिए होते हैं।
तरावीह शहर दर शहर, गांव गांव, कस्बे कस्बे की हर मस्जिद में पढ़ी जाती है, इसके अतिरिक्त लोग मैरेज हाल , मैदान या घर के बड़े कमरे में भी व्यवस्था करके तरावीह का इंतज़ाम करते हैं।
अनुमान के अनुसार इस देश में कम से कम 35 लाख जगहों पर तरावीह पढ़ाई जाती है , जिसमें 70 लाख हाफ़िज़ कुरान होते हैं।
इसके अतिरिक्त भी हाफ़िज़ कुरान होते हैं जो तरावीह नहीं पढ़ाते, बहुत से हाफ़िज़ कुरान ऐसे भी होते हैं जो इतने सिद्धहस्त नहीं होते कि तरावीह पढ़ा सकें।
इस प्रकार भारत में मोटा मोटा 75 लाख हाफ़िज़ कुरान होंगे जो भारत में मुसलमानों की जनसंख्या 20 करोड़ का लगभग 4% हैं।
इसी तरह 57 मुस्लिम देशों में यह प्रतिशत अधिक हो सकता है और दुनिया भर के 195 देशों में 200 करोड़ मुसलमानों में 4% के ही दर से 8 करोड़ हाफ़िज़ कुरान होंगे , 5% की दर से 10 करोड़ हाफ़िज़ कुरान पूरी दुनिया में होंगे, जिनके दिल दिमाग में कुरान हर्फ़ बा हर्फ़ कंठस्थ सुरक्षित है।
यह आंकड़ा और अधिक भी हो सकता है और यह दुनिया की सबसे अधिक संख्या में कंठस्थ पहले नंबर की किताब है , दूसरा नंबर कहीं आसपास भी नहीं।
रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है इस महीने में मुस्लिम समाज के लोग इबादत में व्यस्त हो जाते है, नमाज अदा करते है, कुरान पढ़ते है, रोजे रखते है, और दान पुण्य करते है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मुस्लिम समाज को पवित्र रमजान माह की मुबारकबाद दी।
✍️ मोहम्मद जाहिद RJ22 News