पाली शहर में भीषण गर्मी का असर अब आमजन के साथ-साथ सब्ज़ियों पर भी साफ दिखाई दे रहा है। मस्ताना बाबा रोड के पास स्थित प्रमुख सब्जी मंडी में रोज़ाना आने वाली करीब 20 टन सब्ज़ियों में से लगभग 3 टन सब्ज़ियां गर्मी के कारण खराब हो रही हैं। इससे न केवल व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि आम लोगों की जेब पर भी इसका सीधा असर पड़ रहा है।
कीमतों में आई भारी तेजी-
लगातार बढ़ते तापमान के कारण सब्जियों की पैदावार में भारी गिरावट आई है। इसका असर बाजार में टमाटर, पालक, भिंडी जैसी आम सब्जियों के दामों पर पड़ा है। ये सब्जियां अब आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। महंगाई का सबसे ज्यादा असर घरेलू महिलाओं पर पड़ा है, क्योंकि रसोई का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा गया है।
बाहर से आने वाली सब्जियों के दाम ज्यादा-
सब्जी मंडी के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन बेनीवाल के अनुसार, स्थानीय स्तर पर उगाई गई कुछ सब्जियों के दाम स्थिर हैं, लेकिन गुजरात के सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद से आने वाली सब्जियों की कीमतों में भारी उछाल आया है। इसकी वजह गर्मी के साथ-साथ बढ़ते ट्रांसपोर्ट खर्च को बताया जा रहा है।
व्यापारियों को हो रहा नुकसान-
मंडी के एक व्यापारी दीपाराम राव ने बताया कि गर्मी के कारण सब्जियां जल्दी खराब हो जाती हैं, जिससे रोजाना भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। खराब गुणवत्ता के बावजूद ग्राहकों को महंगे दामों पर सब्जियां खरीदनी पड़ रही हैं।
गर्मी में थम जाती है सब्जियों की वृद्धि-
उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. मनोज अग्रवाल के अनुसार, अत्यधिक तापमान पौधों को ‘स्ट्रेस’ की स्थिति में डाल देता है, जिससे उनकी वृद्धि रुक जाती है और फल-फूल बनने की प्रक्रिया बाधित होती है। इसका सीधा असर फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन पर पड़ता है।
भीषण गर्मी के इस दौर में जहां एक तरफ किसान और व्यापारी नुकसान झेल रहे हैं, वहीं आम उपभोक्ता भी महंगी और कम गुणवत्ता वाली सब्जियों से परेशान है। स्थिति में सुधार के लिए ठोस कदम उठाना अब जरूरी हो गया है।