राजस्थान की धरती एक बार फिर भारतीय सेना के शौर्य और संकल्प की साक्षी बनी है। भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने देश के सुरक्षा चिंतन को नई दिशा दी है। यह ऑपरेशन पाकिस्तान सीमा से सटे संवेदनशील इलाकों – जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में सक्रिय रूप से चल रहा है। इस महत्वपूर्ण सैन्य अभियान के दौरान राज्य सरकार भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं हालात पर नजर बनाए हुए हैं। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने रातभर जागकर लगातार वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ संवाद किया और ऑपरेशन सिंदूर की पल-पल की जानकारी ली। उन्होंने इन सीमावर्ती जिलों के कलेक्टरों व एसपी से संपर्क कर क्षेत्र की स्थिति, स्थानीय सहयोग और संभावित चुनौतियों पर फीडबैक लिया।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि “राज्य सरकार सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। देश की रक्षा सर्वोपरि है। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी परिस्थिति में आमजन की सुरक्षा, सतर्कता और आवश्यक सेवाओं की निरंतरता बनी रहे।”
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना द्वारा चलाया जा रहा एक गुप्त रणनीतिक अभियान है, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना, संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी और आवश्यक सैन्य तैनाती करना है। यह ऑपरेशन विशेष तौर पर पाकिस्तान सीमा से सटे क्षेत्रों में चल रहा है जहां समय-समय पर घुसपैठ, ड्रोन गतिविधियां और आतंकी नेटवर्क की सूचनाएं मिलती रही हैं
सीमावर्ती जिलों में अलर्ट जारी
जैसलमेर, जोधपुर और बाड़मेर के संवेदनशील गांवों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। पुलिस व सेना के संयुक्त गश्ती दल सक्रिय हैं। स्थानीय लोगों से भी सतर्क रहने और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तत्काल देने की अपील की गई है। प्रशासन ने आवश्यकतानुसार कुछ स्थानों पर धारा 144 भी लागू की है।
राजनीतिक हलचल भी तेज
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है। जहां एक ओर सत्तारूढ़ भाजपा इसे केंद्र और राज्य सरकार के साझा समन्वय का परिणाम बता रही है, वहीं विपक्षी दल पारदर्शिता और आमजन की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सुरक्षा नीति में एक साहसिक कदम है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की तत्परता और सतर्कता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य सरकार इस ऑपरेशन को लेकर पूरी तरह सजग है। आने वाले दिन यह तय करेंगे कि यह ऑपरेशन देश की सीमाओं को और कितना मजबूत कर पाएगा।