पाली। शहर में आज एक प्रेरणास्पद व्यक्तित्व और शिक्षा क्षेत्र के समर्पित सेवक हाजी गफ्फार खान साहब का 85वां जन्मदिन बड़े ही शान-ओ-शौकत के साथ मनाया गया। इस अवसर पर शहर के गणमान्य नागरिक, विद्यालय परिवार, पूर्व छात्र एवं विद्यार्थियों ने मिलकर उनका अभिनंदन किया और उनके शिक्षा क्षेत्र में दिए गए योगदान को स्मरण किया।
हाजी गफ्फार खान, सेवानिवृत्त वरिष्ठ लेखाकार होने के साथ-साथ, पाली में स्थित प्रतिष्ठित सुधाकर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के संस्थापक भी हैं। वर्ष 1988-89 में जब उन्होंने इस स्कूल की नींव रखी, तब यह एक छोटे से पौधे के रूप में शुरू हुआ था। उनकी दूरदर्शिता, कड़ी मेहनत और शिक्षा के प्रति समर्पण ने इस संस्थान को आज एक विशाल वटवृक्ष में परिवर्तित कर दिया है, जो पाली जिले में शिक्षा का एक मजबूत स्तंभ बन चुका है।
आज इस विद्यालय में 1000 से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं। स्कूल ने समय-समय पर शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। विशेष रूप से, बीते वर्ष विद्यालय की छात्रा अलीशा ने 12वीं कला वर्ग में 98% अंक प्राप्त कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया और पाली का नाम राज्य भर में रोशन किया। यह उपलब्धि विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और समर्पित शिक्षण व्यवस्था का प्रमाण है।
हाजी गफ्फार साहब का जीवन, शिक्षा के प्रति उनके समर्पण और निस्वार्थ सेवा का प्रतीक है। हाजी साहब ने RJ22 न्यूज से बात करते हुए कहा कि -“शिक्षा ही समाज को रोशनी दे सकती है। बच्चों को शिक्षा देना सबसे बड़ा पुण्य है। जब तक जीवन है, मैं शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देता रहूँगा।”
पाली की जनता एवं सुधाकर विद्यालय परिवार ने उनके दीर्घायु एवं उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। यह जन्मदिन समारोह शिक्षा के क्षेत्र में समर्पण और निष्ठा की एक प्रेरणादायक मिसाल बन गया।