पाली, 1 जून —पाली शहर में रविवार को उस समय सनसनी फैल गई जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष नियाज़ मोहम्मद उर्फ मुन्ना मकरानी (51) द्वारा आत्महत्या के प्रयास की खबर सामने आई। जानकारी के अनुसार, मकरानी ने 28 मई की रात अपने घर पर फांसी लगाने का प्रयास किया, लेकिन समय रहते परिजनों की सतर्कता से उनकी जान बच गई।
घटना का विवरण:
पाली के कालू कॉलोनी निवासी मुन्ना मकरानी ने 28 मई की रात करीब 8 बजे अपने घर के कमरे में फांसी लगाने की कोशिश की। उन्होंने रस्सी का सहारा लिया, लेकिन रस्सी टूट जाने से उनका प्रयास असफल रहा। आवाज सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और उन्हें तत्काल श्रीराम हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें उसी रात डिस्चार्ज कर दिया गया।
हालांकि, रविवार सुबह स्थिति अचानक बिगड़ गई जब मुन्ना मकरानी को खून की उल्टी हुई। परिजन उन्हें तुरंत बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां उनका इलाज जारी है। उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस को दी जानकारी:
मुन्ना मकरानी ने होश में आने के बाद पुलिस को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें उन्होंने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से एक जमीनी विवाद से मानसिक तनाव में थे। उन्होंने स्वीकार किया कि इसी तनाव के चलते उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाने का प्रयास किया।
इस मामले को लेकर उनके बेटे फिरोज मकरानी ने भी पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू कर दी है और मामले से संबंधित दस्तावेज व बयान एकत्रित किए जा रहे हैं।
भाजपा नेताओं और स्थानीय लोगों में चिंता:
मुन्ना मकरानी के आत्महत्या के प्रयास की खबर से भाजपा कार्यकर्ताओं और पाली के राजनीतिक गलियारों में चिंता की लहर दौड़ गई है। पार्टी के स्थानीय नेताओं ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है और प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि वर्षों से चले आ रहे विवाद का जल्द समाधान हो सके।