पाली मुख्यालय स्थित ईदगाह मस्जिद में आज सुबह ईद उल अज्हा की विशेष नमाज़ अदा की गई। इस पाक मौके पर हज़रत अल्हाज मौलाना दानिश कफिल साहब ने सुबह 8 बजे नमाज़ पढ़ाई और नमाज़ से पहले कुर्बानी की अहमियत और ईद उल अज्हा की फजीलत पर रोशनी डाली।
मौलाना दानिश साहब ने अपने खुत्बे में हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम और उनके बेटे हज़रत इस्माइल अलैहिस्सलाम की सुन्नत की तफ्सील से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ईद उल अज्हा का मकसद सिर्फ जानवर की कुर्बानी नहीं, बल्कि अल्लाह की राह में अपनी तमाम ख्वाहिशों और नफ्स की कुर्बानी देना है। यह दिन मोमिनों के लिए अल्लाह की राह में सब कुछ कुर्बान कर देने का पैग़ाम देता है।
उन्होंने यह भी कहा कि कुर्बानी साहिब-ए-निसाब (जिनके पास शरई तौर पर कुर्बानी वाजिब होती है) पर फ़र्ज़ है और साथ ही। मौलाना साहब ने मुसलमानों से अपील की कि वे मुकम्मल ईमान पर कायम रहें और मजलूमों, बेसहारों की मदद कर समाज में भाईचारा बनाए रखें।
नमाज़ के बाद मुस्लिम समाज के लोगो ने आपस मे गले मिल कर एकदुसरे को ईद मुबारक कहते हुए ईद कि बधाइयां दी।
इस मौके पर RJ22 News Pali की जानिब से तमाम पाठको को ईद उल अज्हा की दिली मुबारकबाद । साथ ही मुल्क में अमन-चैन, खुशहाली और आपसी भाईचारे के लिए दुआएँ।