पाली। शहर के सूरजपोल-सोमनाथ मंदिर रोड स्थित तरुण ज्वेलर्स में 24 जून की अलसुबह हुई 17 किलो चांदी के गहनों की चोरी की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। कोतवाली पुलिस ने अंतरराज्यीय गैंग के दो शातिर नकबजनों को बांसवाड़ा जिले से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में दिनेश पुत्र मनजी मईडा (निवासी पाड़ला, भूंगड़ा) और राजू पुत्र बापूलाल निनामा (निवासी चिप गांव, भूंगड़ा) शामिल हैं। वारदात में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी भी बरामद कर ली गई है, जबकि चार अन्य आरोपी अब भी फरार हैं।
बोलेरो झाड़ियों में छुपाई, 5 KM पैदल आए
आरोपियों ने वारदात के लिए हाईवे किनारे बोलेरो गाड़ी झाड़ियों में छुपाई और लगभग 5 किलोमीटर पैदल चलकर शहर पहुंचे। दिन में दुकान की रेकी की और अलसुबह छत के रास्ते दुकान में घुसे। तीन आरोपी दुकान में चोरी कर रहे थे, जबकि तीन बाहर निगरानी रखे हुए थे। चोरी के बाद सभी पैदल ही गाड़ी तक पहुंचे और फरार हो गए।
सिर्फ चांदी पर रखते थे नजर
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि यह गिरोह ज्यादातर चांदी के गहनों की चोरी करता था क्योंकि चांदी शॉप में खुले में रखी होती है और इसे बेचना भी आसान होता है। वहीं, सोने के गहनों को तिजोरी में रखा जाता है, जिससे चोरी करना कठिन होता था।
जंगलों और पहाड़ों में छिपते थे आरोपी
दोनों आरोपी माही डेम के पास जंगलों में रहते हैं और पहाड़ियों में चढ़ने में माहिर हैं। वारदात के बाद अक्सर ये गिरोह जंगलों में जाकर छिप जाता था, जिससे पुलिस को पकड़ने में काफी मुश्किल आती थी। पाली पुलिस ने लगातार चार दिन तक इलाके में डेरा डालकर पीछा किया और आखिरकार दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान
पुलिस ने पाली से बांसवाड़ा तक 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और पैदल जाते आरोपियों की पहचान की। इसके बाद कोतवाली थाने के एसआई आनंद सिंह व अन्य टीम ने आरोपियों को धर दबोचा।
टीम का सराहनीय कार्य
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में एसआई आनंद सिंह, कॉन्स्टेबल जितेन्द्र बागोरा, महेश कुमार, प्रेमसुख, खीयाराम, दयालराम और जोगेन्द्र सिंह शामिल रहे। कोतवाल अनिल कुमार ने बताया कि आरोपियों से चोरी गए चांदी के गहनों की बरामदगी के प्रयास जारी हैं।