पाली। पिछले दो दिनों से पश्चिमी राजस्थान में बन रहे दबाव ने आखिरकार अपना असर दिखा ही दिया। पाली सहित पूरे पाली जिले में मौसम ने अचानक करवट ले ली है और बारिश, आँधी, तेज हवाएं और कहीं-कहीं ओलावृष्टि का दौर शुरू हो गया है। क्षेत्र में ऐसा लग रहा है जैसे मॉनसून समय से पहले ही दस्तक दे चुका हो।
बारिश ने बदला पाली का मौसम
पाली शहर में सोमवार सुबह 6:30 बजे से तेज बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो करीब एक घंटे तक लगातार चला। तेज हवाओं और आंधियों के साथ आई बारिश ने पूरे शहर को जगा दिया। सड़कों पर पानी भर गया और तापमान में करीब 4 से 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जिससे माहौल एकदम ठंडा हो गया।
प्रशासनिक लापरवाही उजागर
बारिश के कारण नालों के जाम होने से सड़कों पर गंदा पानी भर गया। इससे आवागमन में दिक्कतें आई और कई राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन द्वारा बिजली सप्लाई को कुछ जगहों पर एहतियातन बंद कर दिया गया ताकि हादसों को टाला जा सके। पिछले वर्ष हुई बारीश ने पाली के ज्यादातर इलाको को पानी से तालाब बना दिये थे लेकिन प्रशासन ने अभी तक उससे सबक नही लिया है हालात अभी भी लगभग वैसे ही है। सड़कों और मोहल्लों आवारा पशुओं की मौजूदगी ने स्थिति को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया राहगीरों का रास्ते पर चलना मुश्किल हो रहा है, कई मौहल्लों मे आवारा कुत्तों और अन्य पशुओ ने आतंक मचा रखा है।
सोजत और आसपास के इलाकों में ओलावृष्टि
सोजत शहर में अलसुबह करीब 4 बजे तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई, जिससे दिन भर की उमस से राहत मिली और मौसम खुशनुमा हो गया। वहीं, सोजत रोड और मारवाड़ जंक्शन में भी तेज बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट आई है। लोगों को इस अप्रत्याशित बदलाव से जहां एक ओर राहत मिली, वहीं दूसरी ओर अव्यवस्था ने मुश्किलें भी बढ़ा दीं।
राजमार्ग पर गिरा नीम का पेड़, यातायात बाधित
सोजत रोड और सोजत सिटी को जोड़ने वाले स्टेट हाईवे पर देर रात आई तेज हवाओं के चलते एक बड़ा नीम का पेड़ सड़क पर गिर गया। इस घटना ने रास्ता भी अवरुद्ध रहा ।
निष्कर्ष
एक बार फिर मौसम ने चेतावनी दी है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति प्रशासन को पहले से तैयार रहना होगा। पिछले वर्ष की बारिश से जो सबक मिलने चाहिए थे, उन्हें नजरअंदाज किया गया और परिणामस्वरूप इस बार भी वही हालात देखने को मिल रहे हैं। जरूरत है कि समय रहते स्थायी समाधान निकाला जाए और क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं को मज़बूत किया जाए।