सोजत सिटी। FRT कर्मचारी रमेश प्रजापत की करंट लगने से हुई मौत के बाद प्रजापत समाज में भारी आक्रोश देखने को मिला। शुक्रवार सुबह सैकड़ों की संख्या में समाजजन, मृतक के परिजन और 36 कॉम के लोग उपखंड अधिकारी (SDM) कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और धरना-प्रदर्शन करते हुए प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि रमेश प्रजापत की मौत के मामले में प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है और परिवार को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है।
समाज प्रतिनिधियों ने बताया कि मृतक रमेश अपने पीछे गर्भवती पत्नी, दो पुत्र—दशरथ और विक्रम, तथा एक पुत्री सारिका को छोड़ गया है। परिजनों ने सरकार से अधिकतम आर्थिक सहायता, सरकारी सुविधाएँ और परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी है, ताकि परिवार को संबल मिल सके।

धरने पर बैठे लोगों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जब तक पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाएगा और मामले में पारदर्शी कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शन के दौरान SDM सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर माहौल शांत करने का प्रयास किया। वहीं क्षेत्रीय विधायक शोभा चौहान को भी ज्ञापन सौंपकर मुआवजा दिलाने और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की गई।

सुबह से ही SDM कार्यालय के बाहर तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। समाज जनों ने कहा कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो आंदोलन को और अधिक उग्र रूप दिया जाएगा।
प्रजापत समाज और 36 कॉम के संयुक्त विरोध के चलते पूरे क्षेत्र में माहौल गर्माया रहा और प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई की मांग लगातार उठती रही।


