सोजत। श्रीमाली ब्राह्मण समाज के सबसे बड़े धर्म स्थल श्री गुरु फूलनारायण आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर्व अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर यज्ञ, हवन, पूजा अनुष्ठान और गुरुओं की समाधियों पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व काबीना मंत्री लक्ष्मीनारायण दवे ने संबोधित करते हुए कहा कि —
> “संगठित समाज ही प्रगति कर सकता है। श्रीमाली समाज सभी समाजों का मार्गदर्शन करता है, और इस दिशा में गुरु कृपा व संस्कारों की बड़ी भूमिका है।”
उन्होंने युवाओं को शिक्षा के प्रति सजग रहने और निरंतर सीखते रहने की प्रेरणा दी।
समाज की एकता ही संबल:
जोधपुर अध्यक्ष महेन्द्र बोहरा ने समाज की एकता को उसका सबसे बड़ा बल बताया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललित शर्मा ने समाज के ड्रीम प्रोजेक्ट और गौशाला निर्माण हेतु चल रहे प्रयासों की जानकारी दी।
न्यास अध्यक्ष सुरेंद्र त्रिवेदी ने सभी आगंतुकों और सहयोगकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
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2. मेधावी प्रतिभाओं का सम्मान समारोह
राजस्थान बोर्ड की कक्षा 12वीं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को कैलाश विशाल दवे परिवार द्वारा स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
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3. पंच दिवसीय प्रसादी लाभार्थियों का बहुमान
गुरु पूर्णिमा पर्व के तहत प्रसादी के लाभार्थियों को साफा, शाल, उपरना पहनाकर सम्मानित किया गया।
लाभार्थियों में शामिल रहे:
गुरु पूर्णिमा प्रसादी: अरुण ओंकार लाल, श्रीमती नंदा, संजय जोशी (मुंबई)
एकादशी प्रसादी: जमना शंकर, देवी शंकर, नारायण, जितेन्द्र, विकास जोशी
द्वादशी प्रसादी: सूर्य प्रकाश, कैलाश, नरेन्द्र, सुनील भट्ट
त्रयोदशी प्रसादी: जसवंत, मनोज, चरण, चंदन, कपील, नीलम, कार्तिक, सिमरन व्यास
चतुर्दशी प्रसादी: रतनलाल, मनोहर, वीरेंद्र, पंकज, निलेश आदि
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4. वैदिक अनुष्ठान सम्पन्न
प्रातः काल महादेव मंदिर, शंकराचार्य मंदिर, गुरु फूलनारायण एवं अन्य महात्माओं की समाधियों पर अभिषेक व चरण पादुका पूजन पंडित आचार्य प्रकाश ओझा, हरगोविंद अवस्थी सहित विद्वान आचार्यों द्वारा सम्पन्न कराया गया।
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उपस्थित प्रमुखजन:
सूर्य नमस्कार ओझा, विधु शेखर दवे, अश्विनी कुमार, कैलाश दवे, जसवंत व्यास, महेंद्र बोहरा, दिनेश व्यास, रमेश व्यास (महालक्ष्मी ट्रस्ट अध्यक्ष), प्रकाश चंद्र चांदावत, सुरेश ओझा, जितेन्द्र व्यास, संजय पंडित, चेतन व्यास, संतोष व्यास, दिलीप व्यास, ललित दवे, राजेंद्र जोशी, सुरेन्द्र व्यास, कमल किशोर श्रीमाली, पंकज त्रिवेदी (अपर लोक अभियोजक), ओम ओझा, कार्तिक व्यास, प्रफुल्ल ओझा, अशोक शर्मा, पुनीत दवे, हिमांशु व्यास, अजय त्रिवेदी, देवेन्द्र त्रिवेदी, पं. नरेन्द्र दवे, रवि महाराज, गौरीशंकर, जयंतीलाल त्रिवेदी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जन उपस्थित रहे।
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यह आयोजन समाज के सांस्कृतिक गौरव, गुरु परंपरा के प्रति श्रद्धा और युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का प्रतीक बन गया।