नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति की समीक्षा करते हुए लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कटौती की है। RBI ने रेपो रेट में 0.50% की कटौती करते हुए इसे घटाकर 5.50% कर दिया है। यह फैसला भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने और कर्ज को सस्ता बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
इस कटौती से होम लोन, ऑटो लोन और अन्य कर्जों पर ब्याज दरें घटेंगी, जिससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी और बाजार में मांग को प्रोत्साहन मिलेगा।
RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी हुई है। वैश्विक आर्थिक सुस्ती के बावजूद भारत का विकास दर सबसे तेज बना हुआ है। घरेलू मांग ने अर्थव्यवस्था को स्थिरता प्रदान की है और यह भारत को दुनिया में निवेश का प्रमुख गंतव्य बना रहा है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम अर्थव्यवस्था में तरलता बढ़ाएगा और निवेश को बढ़ावा देगा। साथ ही, उद्योगों और रियल एस्टेट सेक्टर को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा।
मुख्य बातें:
RBI ने रेपो रेट 0.50% घटाकर 5.50% किया
लगातार तीसरी बार हुई रेपो रेट में कटौती
कर्ज सस्ते होंगे, आम जनता को राहत
भारतीय अर्थव्यवस्था बनी मजबूत, वैश्विक सुस्ती के बीच तेज ग्रोथ
निवेशकों के लिए भारत बना आकर्षक बाजार
RBI की यह घोषणा वित्तीय बाजारों और आम उपभोक्ताओं दोनों के लिए सकारात्मक संकेत के रूप में देखी जा रही है।