भीलवाड़ा, 17 अप्रैल – गुरुवार दोपहर करीब 1:30 बजे भीलवाड़ा-जयपुर नेशनल हाईवे 48-D पर एक पार्सल कंटेनर में अचानक आग लग गई, जिससे हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई। कंटेनर में मौजूद ऑक्सीजन सिलेंडर और केमिकल के कारण लगातार छह धमाके हुए, जिससे आग और भी विकराल हो गई।
ड्राइवर चंद्रशेखर, जो उत्तर प्रदेश के भदोही का निवासी है और गुरुग्राम से वापी (गुजरात) जा रहा था, ने आग की भनक लगते ही कंटेनर को साइड में रोक दिया और मौके से चला गया। चंद्रशेखर ने पुलिस को बताया कि उसे कंटेनर में रखे माल की जानकारी नहीं थी।
100 फीट तक उठीं आग की लपटें, 4 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन-
आग की लपटें इतनी तेज थीं कि 100 फीट तक उठीं और धुएं का गुबार कई किलोमीटर दूर तक नजर आया। सिलेंडर में हुए धमाकों से टुकड़े उड़कर आसपास के खेतों में गिरे, जिससे कुछ खेतों में भी आग लग गई।
हाईवे पर यातायात प्रभावित, लंबा जाम लगा-
हादसे के चलते पुलिस ने एहतियातन हाईवे के दोनों ओर कई किलोमीटर पहले से ही ट्रैफिक रोक दिया, जिससे लंबा जाम लग गया।
फायर ब्रिगेड ने पाया आग पर काबू-
मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियों ने करीब साढ़े चार घंटे की मशक्कत के बाद शाम 7 बजे तक आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। इसके बाद हाईवे पर यातायात बहाल किया गया।
पुलिस जांच जारी-
मांडल थाना प्रभारी राजपाल के अनुसार, आग लगने का कारण प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। कंटेनर वी-ट्रांस कंपनी का था और उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर व केमिकल भरा हुआ था।
अधिकारियों ने की मौके पर निगरानी-
पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने मौके पर मौजूद रहकर हालात पर काबू पाया और किसी बड़ी जनहानि को टाल दिया।
यह हादसा पार्सल वाहनों में खतरनाक वस्तुएं बिना स्पष्ट जानकारी और सुरक्षा उपायों के भेजने पर गंभीर सवाल खड़े करता है।