जयपुर। पत्रकार सुरक्षा को लेकर उठती आवाजों के बीच एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। पत्रकार हरिपालसिंह के साथ हुए मारपीट मामले में स्वायत्त शासन विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए तीनों दोषी कार्मिकों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दो अधिकारियों का मुख्यालय बदलते हुए उन्हें जयपुर भेजा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पत्रकार हरिपालसिंह पर हमले के मामले में विभाग ने गंभीर रुख अपनाते हुए संबंधित कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की है। इस संबंध में निलंबित किए गए कर्मचारियों में प्रमुख रूप से श्याम जणवा और प्रवीण पुरोहित शामिल हैं, जिनका मुख्यालय अब जयपुर कर दिया गया है।
🔹 क्या है पूरा मामला?
पत्रकार हरिपालसिंह, जो क्षेत्र में बेखौफ और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं, हाल ही में एक समाचार की कवरेज के दौरान कुछ कार्मिकों के गलत आचरण का विरोध कर रहे थे। इसी दौरान उनके साथ मारपीट की घटना हुई। इस घटना की निंदा पूरे पत्रकार समाज ने की और प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन भी हुए।
🔹 प्रशासन ने दिखाई तत्परता
स्वायत्त शासन विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों दोषियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि दो आरोपियों को जयपुर स्थानांतरित कर उनके प्रभाव क्षेत्र से दूर रखा जाए, जिससे जांच निष्पक्ष रूप से हो सके।
🔹 पत्रकार संगठनों ने जताया संतोष
राजस्थान के विभिन्न पत्रकार संगठनों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्रवाई लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की रक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम है। साथ ही सरकार से मांग की गई है कि पत्रकार सुरक्षा कानून को जल्द लागू किया जाए।
🔹 आगे क्या?
स्वायत्त शासन विभाग द्वारा गठित जांच समिति अब इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो और कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। वहीं, पीड़ित पत्रकार हरिपालसिंह ने कहा कि वे न्याय की उम्मीद में संघर्ष करते रहेंगे।
पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर उठे सवालों के बीच यह कार्रवाई एक मिसाल के रूप में देखी जा रही है। सरकार द्वारा दोषियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाना उन लोगों के लिए चेतावनी है, जो लोकतंत्र की आवाज को दबाने का प्रयास करते हैं।