पाली। बरसात के बाद शहर में मौसमी बीमारियों का प्रकोप न फैले, इसके लिए चिकित्सा विभाग ने विशेष सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। इसी क्रम में 25 व 26 जुलाई को पाली शहर में चिकित्सा विभाग की ओर से सघन जागरूकता व एंटी लार्वा अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सीएमएचओ कार्यालय में पर्यवेक्षकों को सर्वे व अन्य गतिविधियों की ट्रेनिंग दी गई।
सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल ने बताया कि यह अभियान जिला कलेक्टर एल.एन. मंत्री के निर्देशन में संचालित होगा। इसके तहत शहर में मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए एंटी लार्वा गतिविधियां की जाएंगी। 25-26 जुलाई को सम्पूर्ण शहरी क्षेत्र में चिकित्सा दल घर-घर सर्वे करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के लिए 510 सदस्यों की 255 टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें घर-घर जाकर मौसमी बीमारियों की रोकथाम के उपायों की जानकारी देंगी, आवश्यक दवाइयों की किट, पेम्फलेट और आईईसी सामग्री उपलब्ध कराएंगी। पानी जमा होने वाले स्थानों पर आयल बॉल्स डाले जाएंगे तथा बुखार के रोगियों की मलेरिया स्लाइड जांच भी की जाएगी।
गंभीर व हाई-रिस्क मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल रेफर करने के लिए सरकारी परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
सर्वे के दौरान लोगों को घरों व आसपास पानी जमा न होने देने, टंकी व कूलरों का पानी हर 7 दिन में खाली करने और मच्छरों से बचाव के लिए पूरे कपड़े पहनने जैसी जागरूकता दी जाएगी।
इस अभियान की मॉनिटरिंग के लिए पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया है, जो अपने क्षेत्र की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपेंगे।
बैठक में डिप्टी सीएमएचओ डॉ. वेदांत गर्ग, एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. अंकित माथुर, यूपीएम जितेंद्र परमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।