जूनिया कस्बे में सूफ़ी संत हजरत ख्वाजा सूफ़ी अब्दुर्रज्ज़ाक शाह रहमतुल्ला अलैह के 13वें सालाना उर्स मुबारक की रूहानी शुरुआत विधिवत रूप से दरगाह सज्जादानशीन हज़रत अब्दुल लतीफ़ शाह उर्फ़ अन्ना मियां की सरपरस्ती में हुई।
उर्स का शुभारंभ चादर शरीफ के जुलूस से हुआ, जो शहर के अंबापुरा रोड स्थित जहांगीरी अबुलउलाई महफिलखाने से शहनाई और बैंडबाजों के साथ रवाना हुआ। यह जुलूस राम बाजार, छिपो का मोहल्ला और बूंदी का चौक होते हुए मुख्य बस स्टैंड पहुँचा, जहाँ सर्व समाज के लोगों द्वारा जुलूस का भव्य स्वागत किया गया। सज्जादानशीन सहित अन्य अकीदतमंदों को माला और साफा पहनाकर इस्तकबाल किया गया।
स्वागत करने वालों में कृष्ण गोपाल सेन, सुरेशचंद्र गौतम, नवल किशोर शर्मा, भागसिंह किव, मोहनसिंह राव, सिराजुद्दीन शेख और निज़ाम मोहम्मद प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
इसके बाद जुलूस जयपुर-भीलवाड़ा हाईवे पर स्थित मुर्शिद नगर दरगाह पहुँचा, जहाँ मख़मली चादर चढ़ाई गई और अकीदतमंदों ने फूल पेश करते हुए सूफ़ियाना कलामों के साथ हाजिरी दी।
रात के समय दरगाह परिसर में हल्का-ए-ज़िक्र और कव्वाली की सूफ़ियाना महफ़िल सजाई गई, जिसमें नामचीन कव्वालों द्वारा एक से बढ़कर एक सूफ़ियाना कलाम पेश किए गए और उन्हें श्रोताओं की भरपूर दाद मिली।
देशभर से बड़ी संख्या में मुरीद और अकीदतमंद उर्स में शामिल होने के लिए पहुँच रहे हैं। दरगाह क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की खाने-पीने की दुकानें, झूले और इत्र-अगरबत्ती की दुकानों से बाजार सज चुका है।
आगामी चार दिनों तक उर्स के अवसर पर अनेक धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इनमें कुरानख्वानी, हज यात्रियों का इस्तकबाल, चित्रकला प्रतियोगिता और कव्वाली की महफिलें प्रमुख होंगी, जिनमें हजारों जायरीन और अकीदतमंद शिरकत करेंगे।