पाली, 6 मई — इस्लाम धर्म के पाँच प्रमुख स्तंभों में से एक, हज यात्रा, हर मुसलमान के लिए एक पवित्र और अत्यंत महत्व की धार्मिक यात्रा है। इसी मुकद्दस फर्ज को अदा करने के लिए आज पाली शहर से कई सौभाग्यशाली हाजी मक्का मदीना की ओर रवाना हुए।
शहर के विभिन्न इलाकों—आशापुरा नगर, रांगणिया मोहल्ला, कालू कॉलोनी, महावीर नगर और इंदिरा कॉलोनी से ताल्लुक रखने वाले कई लोग इस पवित्र यात्रा पर निकले। इनमें विशेष रूप से आशापुरा कॉलोनी निवासी और ‘सुहाना कलर लैब’ के मालिक अनवर अली का नाम उल्लेखनीय है। प्रिंटिंग और फोटो प्रिंटिंग के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले अनवर अली सामाजिक कार्यों में भी सदैव अग्रणी रहे हैं। वे इस बार अपने छोटे भाई शौकिन चौहान के साथ हज यात्रा पर रवाना हुए हैं।
इनके साथ ही बीएसएनएल से सेवानिवृत्त मोहम्मद इंसाफ भी इस नूरानी सफर पर निकले। रवाना होते वक्त पूरे माहौल में एक भावनात्मक और आध्यात्मिक उत्साह देखने को मिला।
हाजियों की विदाई में उनके परिवारजन, रिश्तेदार, मोहल्लेवासी और शहर के तमाम शुभचिंतक शामिल हुए। घर से स्टेशन तक एक जुलूस के रूप में निकली यह विदाई यात्रा किसी पर्व से कम नहीं थी। इस्लामी नातख्वानों ने अपनी मधुर आवाज़ों में नात-ए-पाक पढ़कर माहौल को और भी रूहानी बना दिया।
रास्ते भर शहरवासियों ने हाजियों का दिल से स्वागत किया। किसी ने माला पहनाई, किसी ने साफा बाँधा, तो कोई इत्र लगाकर हाजियों को रुखसत करता नजर आया। लोगों ने गले मिलकर मुसाफा किया और हाजियों से अपने लिए दुआओं की गुजारिश की।
पाली शहर आज गर्व से सराबोर था, क्योंकि उसके निवासियों में से कुछ को अल्लाह ने वह सौभाग्य अता किया कि वे उसके घर की हाजिरी देने जा रहे हैं। यह यात्रा ना सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि समाज में आपसी प्रेम, सहयोग और एकता की मिसाल भी है।