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पाली की जीवनरेखा: रणकपुर बांध फिर से छलका, किसानों के चेहरे खिले।

पाली (सादड़ी)। राजस्थान के पाली जिले में स्थित रणकपुर बांध, जिसे स्थानीय लोग सादड़ी बांध के नाम से भी जानते हैं, इन दिनों फिर से चर्चा में है। हाल की बारिश के बाद बांध लबालब हो गया है और ओवरफ्लो होते ही पूरे इलाके में खुशियों की लहर दौड़ गई है।

इस विशाल जलाशय की भंडारण क्षमता 46 मिलियन क्यूबिक मीटर से अधिक है और यह 12,000 हेक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि को सींचने की ताकत रखता है। जब बांध भरकर ओवरफ्लो करता है, तो यह मगई नदी में जल प्रवाह को तेज कर देता है, जिससे आसपास के कुओं का जलस्तर भी बढ़ जाता है — यह नज़ारा किसानों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं होता।

 

लेकिन रणकपुर सिर्फ सिंचाई का साधन नहीं, यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी बन चुका है। लोग यहां की प्राकृतिक सुंदरता और जलराशि की कल-कल ध्वनि का आनंद लेने दूर-दूर से पहुंचते हैं। हालांकि, स्थानीय प्रशासन बार-बार चेतावनी देता रहा है कि गहरे पानी में उतरना जानलेवा हो सकता है। ओवरफ्लो के समय कुछ दुर्घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं।

 

इस बांध की अपनी चुनौतियाँ भी हैं। 2016-17 की मूसलाधार बारिश के दौरान इसका फिल्टर प्लांट और ओवरफ्लो दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी। आज भी भारी बारिश के समय पुरानी दीवारों से पानी रिसने की खबरें आती हैं, जिससे ग्रामीणों में चिंता बनी रहती है।

 

फिर भी रणकपुर बांध, पाली जिले के लिए केवल एक जलस्रोत नहीं, बल्कि एक आशा की धारा है — जो हर साल खेतों में हरियाली और लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाती है। आवश्यकता है केवल इसके समुचित रखरखाव और सुरक्षा की, ताकि यह जीवनदायिनी धरोहर सदैव सलामत रहे।

(बांध ओवरफ्लो होते हुए खूबसूरत दृश्य, खेतों में हरियाली, पर्यटक नजारे का आनंद लेते हुए)

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Written by Rj22 news

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