अजमेर, 26 जून — अजमेर शरीफ में ख्वाजा गरीब नवाज के मिनी सालाना उर्स की शुरुआत परंपरागत परचम कुशाई के साथ कर दी गई है। इस मौके पर देशभर से हजारों जायरीन अजमेर पहुंचे हैं और उर्स में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
हर साल की तरह इस बार भी उर्स की शुरुआत मोहर्रम के मुबारक महीने में हो रही है, जो इस्लामी नए साल की भी शुरुआत मानी जाती है। नए साल की मुबारकबाद के साथ-साथ दरगाह परिसर में सलातो सलाम पढ़ा गया और देश में अमन, शांति व भाईचारे की दुआ की गई।
दरगाह परिसर में माहौल पूरी तरह से रूहानी बना हुआ है। जायरीन ने चादरें पेश कीं और अपने-अपने अंदाज़ में दुआएं मांगीं। उर्स के दौरान विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि जायरीन को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इस अवसर पर स्थानीय प्रशासन और दरगाह कमेटी की ओर से सुरक्षा व सुविधा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उर्स के दौरान मजहबी कार्यक्रमों के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संदेशों को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
दरगाह के खादिम और उर्स कमेटी के सदस्य भी इस आयोजन को सफल बनाने में जुटे हैं। उर्स का समापन विशेष दुआ और महफिल-ए-समा के साथ किया जाएगा।
यह उर्स न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि अजमेर की गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल भी पेश करता है।