पाली। जिले में हाल ही में हुई अच्छी बरसात ने एक बार फिर किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है। लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के 17 छोटे-बड़े बांधों में पानी की आवक इतनी बढ़ गई कि वे ओवरफ्लो होने लगे हैं। खासकर फुलाद बांध के ओवरफ्लो होने से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है।
हालांकि रविवार को पाली शहर में बारिश नहीं हुई, लेकिन कुछ क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई। इसके बावजूद बांधों में पानी की भरपूर आवक बनी हुई है। जिले के सबसे बड़े जवाई बांध का गेज 30.30 फीट तक पहुंच गया है, जबकि हेमावास बांध का जल स्तर 26 फीट से भी ऊपर हो चुका है।
ओवरफ्लो हो चुके प्रमुख बांध:
फुलाद, बाणियावास, गलदेरा, चाणोद, वायद, सिनार, गिरोलिया, रायपुर-लूणी, काणा, राजपुरा, सेली की नाल, लाटाड़ा, सादड़ी, मालपुरिया-कानावास, कंटालिया, जोगड़ावास प्रथम और द्वितीय बांध इस समय ओवरफ्लो की स्थिति में हैं।
बांधों के भरने से जहां जल स्रोतों में समृद्धि आई है, वहीं किसानों को खरीफ फसल की अच्छी पैदावार की उम्मीद भी जागी है। जलभराव से भूमिगत जलस्तर में भी इजाफा होने की संभावना है, जिससे आने वाले महीनों में पेयजल संकट से राहत मिल सकती है।
क्षेत्रीय किसान अब संतोषपूर्वक खेतों में कार्य कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि मौसम का यह मिजाज इसी तरह बना रहे। प्रशासन की ओर से भी जल स्तर की सतत निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।