भारत ने क्रिकेट के इतिहास में कई महान खिलाड़ियों को जन्म दिया है। लेकिन कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्हें इंटरनेशनल स्तर पर खुद को साबित करने का बस एक ही मौका मिला और इसके बाद उन्हें दोबारा टीम इंडिया की जर्सी पहनने का अवसर नहीं मिला। ऐसे तीन प्रमुख खिलाड़ियों पर एक नजर –
1. पवन नेगी
पवन नेगी ने 3 मार्च 2016 को एशिया कप में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ अपना एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला। ढाका के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खेले गए इस मैच में नेगी ने 3 ओवर में 16 रन देकर 1 विकेट लिया। हालांकि बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला क्योंकि टीम ने टॉप ऑर्डर पर ही जीत दर्ज कर ली थी। इसके बावजूद 2017 के शानदार आईपीएल सीजन (16 विकेट, औसत 12 से कुछ ज्यादा) के बाद भी उन्हें दोबारा मौका नहीं दिया गया।
2. श्यूट बनर्जी
श्यूट बनर्जी ने 1949 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में अपना पहला और आखिरी टेस्ट खेला। उन्होंने पहली पारी में 1 और दूसरी पारी में 4 विकेट हासिल किए। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा – 138 मैच, 385 विकेट और 20.63 की औसत से 3715 रन, जिनमें 5 शतक और 11 अर्धशतक शामिल थे। उम्र के कारण उन्हें फिर टीम में जगह नहीं मिली।
3. फैज़ फजल
फैज़ फजल ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने एकमात्र वनडे मैच में नाबाद 55 रन बनाए और सभी को प्रभावित किया। इसके बावजूद उन्हें उम्र और सपोर्ट की कमी के चलते दोबारा मौका नहीं मिला। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा – 138 मैच, 9184 रन, औसत 41, कई शतक और अर्धशतक के साथ।


