सोजत। मेहंदी नगरी सोजत की सांस्कृतिक धरती पर 6 अगस्त (बुधवार) को एक भव्य राष्ट्रीय स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘पश्चिमालाप’ का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक पाली रोड स्थित सीरवी किसान छात्रावास परिसर में आयोजित होगा, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से आए 100 से अधिक लोक कलाकार अपनी पारंपरिक कलाओं की मनमोहक प्रस्तुतियां देंगे।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक समरसता को बढ़ावा देना है। इसमें राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, दमन-दीव और दादरा-नगर हवेली की लोक कलाओं का जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण होंगे:
राजस्थान: कालबेलिया, भवाई नृत्य, भपंग वादन
गुजरात: गरबा, डांडिया
महाराष्ट्र: लावणी
गोवा: देखनी नृत्य
दमन-दीव: डांगी नृत्य
दादरा-नगर हवेली: सिद्ध धमाल
राजस्थान की सदियों पुरानी समृद्ध संस्कृति के प्रतीक ढोल थाली, बांकिया, भपंग वादन, चरी नृत्य और कालबेलिया जैसे लोकनृत्य, जिनमें शरीर को धनुषाकार बना आंखों से सुई उठाने की चमत्कारी शैली प्रस्तुत की जाती है, विशेष आकर्षण रहेंगे। श्रीकृष्ण-राधा की भाव-भंगिमा को दर्शाते मयूर नृत्य और पारंपरिक लोक-संगीत की झलक भी कार्यक्रम को खास बनाएगी।
कार्यक्रम की तैयारी में जुटीं सामाजिक संस्थाएं
कार्यक्रम की सफलता हेतु स्थानीय सामाजिक संस्थाओं की बैठक राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य श्यामा चारण की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में सभी संस्थाओं ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम समन्वयक व्याख्याता हनुवंत सिंह बारहठ ने बताया कि भारत विकास परिषद, सोजत सेवा मंडल, पेंशन समाज, वरिष्ठ नागरिक समिति, मानव सेवा समिति, अभिनव कला मंच सहित विभिन्न संस्थाओं ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
बैठक में रहे उपस्थित:
देवीलाल सांखला (अध्यक्ष, भारत विकास परिषद), पुष्पराज मुनोट (सचिव, सोजत सेवा मंडल), वीरेंद्र लखावत (साहित्यकार), सत्तू सिंह भाटी (पूर्व खेल अधिकारी), रशीद अहमद गोरी (वरिष्ठ नागरिक समिति), दिनेश सोलंकी, अशोक कुमार सेन फौजी, श्यामलाल व्यास, चेतन व्यास, राजेश अग्रवाल (अध्यक्ष, मानव सेवा समिति), जवरीलाल बोराणा (समाजसेवी), राकेश कश्यप (कार्यवाहक प्रधानाचार्य, बॉयज स्कूल), कुसुम देवी लोढ़ा (उपप्रधानाचार्य), प्रवीण कुमार गुप्ता, राजेंद्र भाटी व अन्य गणमान्य नागरिक।
सांस्कृतिक समरसता और परंपरा का संगम – पश्चिमालाप 2025 सोजतवासियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित होने जा रहा है।