पाली। ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड व AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी द्वारा वक्फ बिल के विरोध में की गई अपील — जिसमें देशभर के लोगों से 30 अप्रैल की रात 9 बजे से 9:15 बजे तक अपने-अपने घरों की बिजली बंद कर सांकेतिक विरोध दर्ज कराने की बात कही गई थी — का असर पाली शहर और आसपास के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में आंशिक रूप से देखने को मिला।
RJ22 न्यूज की टीम रात 9 बजे से पहले ही पाली के विभिन्न इलाकों में पहुंची, जिनमें हैदर कोलानी, कालू कोलानी, जंगीवाड़ा, नाड़ी मोहल्ला और प्यारा चौक जैसे क्षेत्र प्रमुख थे। इन मोहल्लों में कुछ घरों में बिजली बंद कर दी गई थी, वहीं कई घरों में रोशनी सामान्य रूप से चलती रही।
रिपोर्टरों ने जब कुछ घरों में दस्तक देकर बिजली बंद न करने का कारण पूछा, तो कई महिलाओं ने कहा कि उन्हें इस अपील की जानकारी ही नहीं थी। कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि महज 15 मिनट बिजली बंद कर देने से क्या फर्क पड़ेगा। दूसरी ओर, कुछ नागरिकों ने स्पष्ट रूप से बताया कि उन्होंने वक्फ बिल का विरोध करने के उद्देश्य से बिजली बंद की और कहा कि यह विरोध सांकेतिक भले ही हो, लेकिन सरकार तक उनकी आवाज पहुंचाने का एक तरीका है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हम वक्फ संपत्तियों पर सरकारी हस्तक्षेप का विरोध करते हैं। ओवैसी साहब ने जो अपील की, वह हमारी भावना की आवाज है। हमने बिजली बंद कर इस अपील में भागीदारी की है।”
वहीं कुछ लोगों ने इस विरोध को “राजनीतिक स्टंट” कह कर खारिज भी किया। कुल मिलाकर, ओवैसी की अपील को लेकर पाली में मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आईं — कुछ लोगों ने इसे गंभीरता से लिया, तो कुछ के लिए यह जानकारी से परे रहा।