रक्षाबंधन भाई बहनों के प्रेम, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक है, जिसे हर वर्ष श्रावण मास के पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन बहनें भाई की लंबी उम्र, तरक्की और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए उसे राखी बांधती हैं। बदले में भाई अपनी बहन को जीवनभर रक्षा का वचन देता है। यह दिन न केवल एक त्योहार है, बल्कि रिश्ते में मिठास बढ़ाने का सर्वश्रेष्ठ अवसर है।
जवाली के ज्योतिषी पंडित विपन शर्मा ने बताया कि इस वर्ष श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से शुरू होगी तथा तिथि का समापन 9 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 21 मिनट पर है। उदया तिथि के मुताबिक 9 अगस्त 2025 को रक्षाबंधन मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि योग, श्रवण और धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग रहेगा। इस दौरान राखी पर पूरे दिन सौभाग्य योग बना रहेगा। इसके अलावा ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 22 मिनट से 5 बजकर 04 मिनट तक और अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक रहने वाला है।
भद्रा का समय
पंचांग के अनुसार 9 अगस्त 2025 को रक्षाबंधन पर पूरे दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहने वाला है। दरअसल, भद्रा रक्षाबंधन की पूर्णिमा तिथि में 9 अगस्त को सुबह 1 बजकर 52 मिनट पर ही समाप्त हो जाएगी इसलिए इस साल राखी के त्योहार पर भद्रा का साया नहीं रहेगा।
राखी बांधने का शुभ समय
इस साल रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 47 मिनट से शुरू होगा। यह मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक बना रहेगा। ऐसे में आप इस अवधि में भाई को राखी बांध सकती हैं।