बाड़मेर में इस बार मानसून ने 10 दिन पहले दस्तक देने के साथ बारिश से भिगो दिया था। किसानों ने उसके साथ खेतों में बुवाई कर दी थी। लेकिन इसके बाद पर्याप्त बारिश नहीं हुई है। इससे फसलें मुरझाने लगी हैं। किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। अब किसान इस माह में बारिश का इंतजार कर रहे हैं। बीते कुछ दिनों ने आसमान में बादल छाए हैं लेकिन बिन बरसे ही लौट रहे हैं।
बाड़मेर जिले में 31 जुलाई तक 187 एमएम बारिश हुई है। जबकि 2023 में जुलाई तक 443 एमएम बारिश हुई थी। अब तक की बारिश से 48 प्रतिशत कोटा ही पूरा हुआ है। जबकि 2023 की तुलना में 52 प्रतिशत कम बारिश है। हालांकि साल 2024 में जुलाई तक 144 एमएम बारिश हुई थी। किसानों ने इस बार बाजरा, ग्वार, मूंग, मोठ समेत अरंडी की भी बंपर बुवाई की है। अब किसानों को अगस्त में तेज बारिश की उम्मीद है।
आसमान में छाए बादल, धूप-छांव के बीच आंख मिचौली का खेल।
शुक्रवार को सुबह से आसमान में बादलों की आवाजाही हो रही है। सूरज व बादलों बीच आंख मिचौली का खेल रहा है। वहीं सुबह के समय रुक-रुक हवा भी चल रही है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 3 डिग्री बढ़कर 34.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान घटकर 26.8 डिग्री पहुंच गया।
*अब तक 48 प्रतिशत ही बारिश, 52 कोटा अधूरा
बाड़मेर जिले में 31 जुलाई तक दो माह की सीजन में सिर्फ 48% ही बारिश हुई है, जबकि अगले दो माह में 52% बारिश का इंतजार है। जबकि शुरुआत इन दो माह में 60-70% बारिश होनी थी, जो अब तक बेहद कम है।
बाड़मेर में 173, रामसर में 179, शिव में 173, गडरारोड में 201, चौहटन में 186, सेड़वा में 256, गुड़ामालानी में 165, धोरीमन्ना में 134, धनाऊ में 264, नोखड़ा में 130, बाड़मेर ग्रामीण 180, बायतु में 204 एमएम बारिश हुई है, जो औसत 187 एमएम है। जबकि जुलाई 2024 तक 144 एमएम और जुलाई 2023 में 443 एमएम बारिश हुई थी।