एशिया कप 2025 में भारतीय टीम ने भले ही ओमान को 21 रनों से हरा दिया हो, लेकिन ओमान की टीम ने जिस तरह का जुझारू प्रदर्शन किया, उसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। ओमान की टीम में भारतीय मूल के, खासकर गुजराती खिलाड़ियों की संख्या काफी ज़्यादा है, जो टीम को मज़बूती देती है।
ओमान क्रिकेट टीम में गुजरात का दबदबा
ओमान में क्रिकेट की शुरुआत ब्रिटिश शासनकाल में हुई थी, लेकिन इसे असली पहचान मिली दक्षिण एशियाई प्रवासियों से। आज ओमान की क्रिकेट टीम में ज़्यादातर खिलाड़ी बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों से आए हुए हैं, जो अब ओमान की नागरिकता ले चुके हैं।
गुजरात से ताल्लुक रखने वाले कई खिलाड़ी ओमान टीम की जान हैं। इनमें से एक बड़ा नाम है अजय लालचेता, जो पोरबंदर में पैदा हुए और बाद में ओमान टीम के कप्तान भी बने। वे सौराष्ट्र की रणजी टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं।
इसी तरह, एक और बड़ा नाम जितेन रामानंदी का है, जो गुजरात में जन्मे और बड़ौदा में हार्दिक पांड्या के साथ खेल चुके हैं। जब भारत में उन्हें मौका नहीं मिला, तो उन्होंने ओमान का रुख किया और आज वे ओमान टीम के एक अहम खिलाड़ी हैं।

आमिर कलीम की शानदार पारी
भारत के खिलाफ़ आमिर कलीम की 46 गेंदों में 64 रनों की पारी ने सबको प्रभावित किया। उन्होंने न सिर्फ़ टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, बल्कि इस दौरान कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। 43 साल की उम्र में भारत के खिलाफ अर्धशतक लगाकर, वे इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के खिलाफ़ फिफ्टी लगाने वाले सबसे उम्रदराज बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने 79 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा, जो पहले इंग्लैंड के वैली हैमंड के नाम था।
ओमान की टीम ने दिखाया कि भले ही वो वर्ल्ड रैंकिंग में बहुत पीछे हो, लेकिन उनके खिलाड़ी किसी भी बड़ी टीम को टक्कर देने का दम रख
ते हैं।

